Manmohan Singh Memorial: कहां बनेगा मनमोहन सिंह का स्मारक? मोदी सरकार ने शॉर्टलिस्ट कर ली जगह
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक स्थल को लेकर प्रक्रिया तेज हो गई है। गृह मंत्रालय और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने 2 जनवरी को एक बैठक के दौरान स्मारक के लिए तीन संभावित स्थलों की पहचान की। इन स्थानों में एकता स्थल, विजय घाट और राष्ट्रीय स्मृति स्थल शामिल हैं। हालांकि, अंतिम निर्णय के लिए अभी आधिकारिक घोषणा का इंतजार है।
स्मारक स्थल के विकल्प
1. एकता स्थल:
यह स्थल पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की समाधि का स्थान है और शांति वन (जवाहरलाल नेहरू की समाधि) तथा विजय घाट के बीच स्थित है।
2. विजय घाट:
यहां भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की समाधि है। यह राजघाट के पास मुख्य रिंग रोड पर स्थित है।
3. राष्ट्रीय स्मृति स्थल:
यह स्मारक स्थल प्रमुख राष्ट्रीय नेताओं के लिए समर्पित है और एकता स्थल के नजदीक स्थित है।
कांग्रेस और सरकार के बीच विवाद
डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर किए जाने के बाद कांग्रेस ने नाराजगी जताई। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने इसे पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान बताया। कांग्रेस ने शक्ति स्थल परिसर (इंदिरा गांधी की समाधि के पास) को स्मारक स्थल के लिए सुझाया था, लेकिन इस पर सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया।
भाजपा की प्रतिक्रिया
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर भ्रामक जानकारी फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने स्मारक के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान कर ली है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस प्रक्रिया में परिवार से परामर्श लिया जाएगा और एक ट्रस्ट की स्थापना के बाद स्मारक स्थल तय किया जाएगा।
डॉ. सिंह की विरासत और राष्ट्रीय स्मृति स्थल का प्रावधान
संयोग से, प्रधानमंत्री रहते हुए डॉ. सिंह ने व्यक्तिगत स्मारकों के निर्माण के खिलाफ कदम उठाए थे। 2013 में उनके नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने भूमि की कमी का हवाला देते हुए राजघाट पर राष्ट्रीय स्मृति स्थल को एकीकृत स्मारक स्थल के रूप में स्थापित करने का प्रस्ताव पारित किया था।
सरकार द्वारा स्मारक स्थल की आधिकारिक घोषणा का इंतजार है, जो डॉ. सिंह की विरासत को सम्मानित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।